मंगलवार, 25 नवंबर 2025

 

वर्ल्ड अपडेट्स:ईरान ने भारतीयों के लिए वीजा-फ्री एंट्री की सुविधा रोकी; फर्जी नौकरी और तस्करी मामलों के बाद फैसला

ईरान सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा-फ्री एंट्री की सुविधा 22 नवंबर से रोक दी है। अब सामान्य पासपोर्ट वाले भारतीय नागरिकों को ईरान जाने या वहां से ट्रांजिट करने के लिए वीजा लेना अनिवार्य होगा।

भारतीय विदेश मंत्रालय (MEA) के मुताबिक हाल के महीनों में कई भारतीयों को फर्जी नौकरी, ट्रांजिट या किसी तीसरे देश तक पहुंचाने के बहाने ईरान ले जाया गया। यहां उनके साथ धोखाधड़ी और जबरन वसूली जैसी घटनाएं हुईं।

मंत्रालय ने बताया कि कई एजेंट भारतीय युवाओं को रोजगार या विदेश पहुंचाने का भरोसा दिलाकर ईरान भेजते थे। वीजा-फ्री सुविधा का दुरुपयोग करते हुए कुछ लोगों को वहां पहुंचते ही किडनैप कर फिरौती मांगी गई या उन्हें अवैध गतिविधियों में धकेलने की कोशिश हुई। इन घटनाओं को रोकने और यात्रा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ईरान सरकार ने वीजा छूट सुविधा को अस्थायी रूप से निलंबित करने का निर्णय लिया।

भारत सरकार ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे किसी भी एजेंट या बिचौलिये के झांसे में न आएं। वीजा-फ्री यात्रा या ईरान के रास्ते किसी अन्य देश भेजने के दावों से बचें। ईरान जाने की योजना हो तो प्रस्थान से पहले उचित वीजा अवश्य प्राप्त करें। सरकार ने साफकिया है कि 22 नवंबर के बाद बिना वीजा ईरान में प्रवेश या ट्रांजिट संभव नहीं होगा।

यूक्रेन को 100 राफेल देगा फ्रांस, मैक्रों-जेलेंस्की ने समझौते पर साइन किए

यूक्रेन और रूस में जारी जंग के बीच फ्रांस ने यूक्रेन को बड़ी सैन्य मदद देने का फैसला किया है।

फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को एक लेटर ऑफ इंटेंट यानी एक तरह के सहमति-पत्र पर साइन किए। इसके तहत यूक्रेन को 100 राफेल फाइटर जेट और कई आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम मिलेंगे।

यह लेटर ऑफ इंटेंट अभी खरीद-बिक्री का अंतिम कॉन्ट्रैक्ट नहीं है, लेकिन फ्रांसीसी राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक इसे करीब 10 सालों में पूरा करने की योजना है।

समझौते में नई पीढ़ी के SAMP-T एयर डिफेंस सिस्टम, रडार सिस्टम और ड्रोन देने का प्रावधान भी शामिल है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रो ने इसे महान दिन बताया। रूस-यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद जेलेंस्की का यह नौवां फ्रांस दौरा था।

ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में बच्चों की प्ले सैंड में एस्बेस्टस मिला; 70 से ज्यादा स्कूल बंद किए

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में बच्चों के खेलने वाली प्ले सैंड में खतरनाक एस्बेस्टस के अंश मिले हैं। ऑस्ट्रेलियन कैपिटल टेरिटरी (ACT) और न्यूजीलैंड के कई स्कूलों में यह सैंड इस्तेमाल हो रही थी।

एहतियात के तौर पर सोमवार तक 70 से अधिक स्कूल और प्री-स्कूल बंद कर दिए गए। प्रभावित जगहों पर जांच और सफाई जारी है।

प्ले सैंड एक विशेष प्रकार की साफ, मुलायम और महीन रेत होती है, जिसका इस्तेमाल बच्चों के खेलने में किया जाता है। भारत में इसे ‘काइनेटिक सैंड’, ‘मैजिक सैंड’ या ‘मोल्डिंग सैंड’ के नाम से जाना जाता है।

लैब टेस्ट में सैंड के अंदर ट्रेमोलाइट और क्राइसोटाइल दो प्रकार के एस्बेस्टस पाए गए है। दोनों प्रकार बेहद खतरनाक माने जाते हैं। इनकी महीन धूल सांस में चली जाए तो फेफड़ों की गंभीर बीमारियां और कैंसर तक हो सकता है।

अधिकारियों ने कहा कि इनकी मौजूदगी भर भी बच्चों के लिए जोखिम है। ऑस्ट्रेलियन कैपिटल टेरिटरी (ACT) के दर्जनों स्कूलों में यह प्ले सैंड इस्तेमाल हो रही थी। शुक्रवार से बंद होने शुरू हुए स्कूलों की संख्या सोमवार तक 70 से अधिक हो गई। ब्रिस्बेन के एक स्कूल को भी एहतियातन बंद किया गया।

कांगो में खदान ढहने से 80 की मौत, कई लोगों के फंसे होने की आशंका

दक्षिण-पूर्वी कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) में शनिवार को एक खदान ढह गया। हादसे में कम से कम 80 लोगों की मौत हो गई। कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। एक अधिकारी ने रविवार को घटना की जानकारी दी। यह हादसा लुआलाबा प्रांत के मुलोंडो में कलांडो खदान में हुई।

प्रांत के गृह मंत्री रॉय कौम्बा मायोंडे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के खतरे के कारण खदान में जाने पर बैन लगा था। इसके बावजूद अवैध माइनिंग करने वाले खदान में जबरन खदान में घुस गए थे।

DRC की सरकारी एजेंसी SAEMAPE की रिपोर्ट में कहा गया है कि घटनास्थल पर सैनिकों की फायरिंग से माइनिंग करने वालो में दहशत फैल गई और वे खदान के ऊपर पुल की ओर दौड़ पड़े, जिससे पुल ढह गया।

घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें खदान के नीचे कई लोग खड़े दिखे। अचानक खदान का बड़ा हिस्सा ढह गया और उसके मलबे में कई लोग दब गए। कई लोग भागने के दौरान एक-दूसरे के ऊपर गिर गए, जिससे उनकी जान गई।

बता दें कि DRC दुनिया में कोबाल्ट का सबसे बड़ा उत्पादक है। कोबाल्ट इलेक्ट्रिक वाहनों और दूसरे प्रोजक्ट के लिए लिथियम-आयन बैटरी बनाने में इस्तेमाल होता है। इस मध्य अफ्रीकी देश में उत्पादन का 80% हिस्सा चीनी कंपनियों के कंट्रोल में है। देश की खनन इंडस्ट्री लंबे समय से बाल मजदूरी, असुरक्षित परिस्थितियों और भ्रष्टाचार के आरोपों के जूझ रही है।

कैलिफोर्निया के ज्वेलरी शॉप से 1.4 करोड़ रुपए के गहने चोरी; दुकान मालिक ने बचाव में गोलीबारी की

कैलिफोर्निया में एक ज्वेलरी दुकान पर गुरुवार शाम मास्क पहने पांच लुटेरों ने धावा बोल दिया। उन्होंने करीब 1.4 करोड़ रुपए की ज्वेलरी लूट ली। हालांकि, दुकान मालिक के गोली चलाने के बाद सभी भाग निकले।

घटना शाम 7 बजे के बाद हुई जब दुकान 'ओलिविया फाइन ज्वेलरी' से ग्राहक निकल चुके थे। काले कपड़े और मास्क पहने लुटेरे अचानक अंदर घुसे। कुछ के हाथ में कांच तोड़ने के औजार थे, जबकि एक दरवाजे पर पहरेदार बना रहा।

लुटेरे काउंटर पार कर ज्वेलरी निकालने लगे। तभी पीछे के कमरे से दुकान मालिक निकले और हैंडगन से 3-5 गोलियां चलाईं। लुटेरे एक-दूसरे पर गिरते हुए बाहर भागे। मालिक ने दरवाजे पर पहुंचकर और चेतावनी की गोलियां चलाईं। कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन लुटेरे ज्वेलरी लेकर फरार हो गए।

पुलिस को लुटेरों की गाड़ी शहर के बाहर मिली। जांच में पता चला कि डकैती से पहले वे इलाके में चक्कर लगा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है। लुटेरों की पहचान नहीं हो सकी क्योंकि वे मास्क और काले कपड़ों में थे।

ड्रग ले जा रही बोट पर अमेरिका का हवाई अटैक:75 दिनों में 21वां हमला, अब तक 83 मौतें; ट्रम्प ने उड़ाने का आदेश दिया था

अमेरिका ने शनिवार को पूर्वी प्रशांत महासागर में एक ड्रग तस्करी करने वाली नाव पर हवाई हमला किया, जिसमें तीन लोग मारे गए। अमेरिकी सेना ने रविवार को यह जानकारी दी।

यह सितंबर की शुरुआत से अब तक अमेरिकी सेना का ड्रग नावों पर किया गया 21वां हमला है। आंकड़ों के अनुसार, इन हमलों में अब तक 83 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के मुताबिक ये हमले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के आदेश पर हो रहे हैं।

ट्रम्प प्रशासन ने इन हमलों को अमेरिका में ड्रग्स सप्लाई रोकने के लिए जरूरी कदम बताया। न्याय विभाग ने इन हमलों को सही ठहराया है और कहा गया है कि इन ऑपरेशनों में शामिल अमेरिकी सैनिकों को मुकदमा चलाने से छूट मिलेगी। 

मक्का से मदीना जा रहे 42 भारतीयों की मौत:उमरा के लिए जा रही बस डीजल टैंकर से टकराकर जली; रात 1.30 बजे हुआ हादसा

सऊदी अरब में सोमवार देर रात एक सड़क हादसे में 42 भारतीयों की मौत हो गई। मक्का से मदीना जाते समय इनकी बस डीजल टैंकर से टकरा गई और इसमें आग लग गई। मृतकों में 20 महिलाएं और 11 बच्चे शामिल हैं। सिर्फ एक यात्री बचा है।

मृतकों में ज्यादातर हैदराबाद के बताए जा रहे हैं। हादसा मदीना से लगभग 160 किलोमीटर दूर मुहरास के पास भारतीय समयानुसार रात लगभग 1:30 बजे हुआ। उस समय कई यात्री सो रहे थे। उन्हें बचने का कोई मौका नहीं मिला।

तेलंगाना सरकार ने कहा है कि वह रियाद में भारतीय दूतावास के संपर्क में है। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने दिल्ली में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे दूतावास से नजदीकी तालमेल बनाकर पीड़ितों की पहचान और अन्य औपचारिकताओं में मदद करें। 













सोमवार, 27 अक्टूबर 2025

वर्ल्ड अपडेट्स:ब्रिटेन में भारतीय मूल की युवती से दुष्कर्म, एक आरोपी हिरासत में

 

वर्ल्ड अपडेट्स:ब्रिटेन में भारतीय मूल की युवती से दुष्कर्म, एक आरोपी हिरासत में


ब्रिटेन के वॉलसॉल शहर में 20 साल की भारतीय मूल की एक युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने इसे नस्लीय रूप से प्रेरित हमला बताया है।

वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस के मुताबिक, शनिवार शाम उन्हें वॉलसॉल के पार्क हॉल इलाके में सड़क पर एक महिला के रोते हुए देखे जाने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि महिला के साथ दुष्कर्म हुआ है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी एक गोरा पुरुष है, जिसकी उम्र करीब 30 साल है। उसके बाल छोटे हैं और घटना के वक्त वह काले कपड़े पहने था। जांच का नेतृत्व कर रहे डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट रोनन टायरर ने कहा, “यह एक बेहद भयावह वारदात है।

हालांकि पुलिस ने पीड़िता की पहचान गुप्त रखी है, लेकिन स्थानीय संगठनों का कहना है कि वह पंजाबी महिला है। सिख फेडरेशन यूके ने कहा कि वॉलसॉल में जिस युवती के साथ नस्लीय दुष्कर्म हुआ है, वह पंजाबी मूल की है।

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ट्रम्प ने मस्क की तारीफ की, कहा- वे बहुत समझदार इंसान, मैं उन्हें पसंद करता हूं

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टेस्ला के मालिक और अपने पुराने सहयोगी इलॉन मस्क की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मस्क बहुत अच्छे और काबिल इंसान हैं।

उन्होंने कहा कि इलॉन अच्छे इंसान हैं और बहुत समझदार हैं। वे मुझे पसंद हैं और मुझे लगता है कि मैं हमेशा उन्हें पसंद करूंगा।

ट्रम्प और मस्क दोनों के काफी अच्छे रिश्ते थे, लेकिन जून 2025 में 'वन बिग ब्यूटीफुल बिल' को लेकर झगड़ा हो गया था। मस्क ने ट्रम्प को एहसान फरामोश तक बता दिया था, जिसके बाद ट्रम्प ने उन्हें देश से निकालने की धमकी दी थी।

हालांकि सितंबर में कंजर्वेटिव नेता चार्ली कर्क की हत्या के बाद दोनों पुरानी दुश्मनी भुलाकर श्रद्धांजलि समारोह में दोनों साथ नजर आए थे। यहां ट्रम्प और मस्क ने हाथ मिलाया था और बातें कीं।

कैमरून में 92 साल के पॉल बिया ने राष्ट्रपति चुनाव जीता, 100 साल की उम्र तक पद पर रह सकते हैं

कैमरून के राष्ट्रपति पॉल बिया ने चुनाव जीतने का दावा किया है। 92 साल के पॉल बिया दुनिया के सबसे उम्रदराज राष्ट्राध्यक्ष हैं। उन्हें करीब 54% वोट मिले। बिया आठवीं बार राष्ट्रपति बनेंगे। कैमरून में राष्ट्रपति का कार्यकाल 7 साल का होता है। अगर उनकी तबीयत ठीक रही तो वे 100 साल तक पद पर रह सकते हैं।

बिया ने 1982 में पदभार संभाला था। तब से उन्होंने सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है। उन्होंने 2008 में राष्ट्रपति पद की कार्यकाल सीमा को समाप्त कर दिया था।

कैमरुन में 12 अक्टूबर को चुनाव हुए थे। दो दिन बाद विपक्षी नेता टीचीरोमा ने खुद की जीत का दावा किया था और एक टैली प्रकाशित की थी जिसमें दिखाया गया था कि उन्होंने 54.8% वोट हासिल किए हैं, जबकि बिया को 31.3% मिले हैं।

हालांकि सत्ताधारी कैमरुन पीपुल्स डेमोक्रेटिक मूमवेंट ने उनके दावों को खारिज कर दिया था और चुनाव का पूरा रिजल्ट आने की अपील की थी।

बिया 1960 में फ्रांस से स्वतंत्रता के बाद कैमरून का नेतृत्व करने वाले केवल दूसरे राष्ट्राध्यक्ष हैं। उन्होंने सभी राजनीतिक और सशस्त्र विरोधों को दबाया है। वे सामाजिक उथल-पुथल, आर्थिक असमानता और अलगाववादी हिंसा के बावजूद सत्ता पर बने रहे हैं।

बाइडेन बोले- ट्रम्प लोगों की आवाज दबाकर अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ट्रम्प अभिव्यक्ति की आजादी को दबा रहे हैं और अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।

82 साल के बाइडेन ने बोस्टन में रविवार रात एडवर्ड एम. केनेडी इंस्टीट्यूट से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड लेने के बाद यह बात कही।

उन्होंने कहा कि अमेरिका में राष्ट्रपति की ताकत सीमित होनी चाहिए। संसद और कोर्ट को अपने तरीके से काम करना चाहिए। लेकिन ट्रम्प की वजह से सरकार का कामकाज लंबे समय से बंद है। इससे ट्रम्प, सरकार को ज्यादा कंट्रोल कर रहे हैं।

बाइडेन ने कहा- ये मुश्किल वक्त है, लेकिन हमें हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। हम फिर से सही रास्ता पाएंगे और पहले से ज्यादा मजबूत बनेंगे।

उन्होंने उन लोगों की तारीफ की जो ट्रम्प के खिलाफ खड़े हैं। जैसे कि नौकरी छोड़ने वाले सरकारी कर्मचारी, ट्रम्प की आलोचना करने वाले स्कूल-कॉलेज और हास्य कलाकार। बाइडेन ने कहा कि लेट नाइट शो के लोग अपनी नौकरी जोखिम में डालकर भी सच बोल रहे हैं।

उन्होंने उन रिपब्लिकन नेताओं की भी तारीफ की जो ट्रम्प के खिलाफ बोल रहे हैं। बाइडेन ने कहा कि अमेरिका की कहानी आसान नहीं है। 250 साल से यह मुश्किलों और मौकों के बीच की लड़ाई है।

गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025

 

श्रीलंका में विपक्षी नेता की गोली मारकर हत्या, हमलावर मौके से फरार


श्रीलंका में बुधवार को एक विपक्षी नेता लसंत विक्रमसेकरा की उनके कार्यालय में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि 38 साल के विक्रमसेकरा वेलिगामा शहर के काउंसिल चेयरमैन थे। वे आज अपने कार्यालय में लोगों से मिल रहे थे। तभी एक बंदूकधारी अंदर घुसा और रिवॉल्वर से कई गोलियां चलाईं।

हमले में कोई और घायल नहीं हुआ। हत्यारा मौके से फरार हो गया। पुलिस ने कहा- हत्यारे को पकड़ने के लिए जांच शुरू हो गई है। अभी यह साफ नहीं है कि हत्या का मकसद क्या था।

विक्रमसेकरा विपक्षी पार्टी समागी जन बलवेगया (SJB) के सदस्य थे। उनकी पार्टी और सत्ताधारी पार्टी के बीच वेलिगामा काउंसिल के कंट्रोल को लेकर सियासी लड़ाई चल रही थी।

श्रीलंका में इस साल हिंसक अपराध बढ़े हैं, जिनमें ज्यादातर ड्रग गिरोहों और संगठित अपराध से जुड़े हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 100 से ज्यादा गोलीबारी की घटनाओं में कम से कम 50 लोग मारे गए हैं।

यह हत्या पिछले साल राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की सरकार के सत्ता में आने के बाद किसी राजनेता की पहली हत्या है। उनकी सरकार ने कानून-व्यवस्था बहाल करने का वादा किया था।

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इजराइल बोला- सुरक्षा के लिए अमेरिका के भरोसे नहीं हैं, अपने फैसले खुद करेंगे

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को कहा कि इजराइल अपनी सुरक्षा का फैसला खुद करेगा और वह सिक्योरिटी के लिए अमेरिका के भरोसे नहीं है। उन्होंने यह बात अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ गाजा में युद्धविराम पर चर्चा से पहले कही।

नेतन्याहू ने कहा- हम अमेरिका के संरक्षण में नहीं हैं। इजराइल अपनी सुरक्षा खुद तय करेगा। यह बयान इसलिए दिया गया क्योंकि कुछ लोग चिंता जता रहे थे कि गाजा में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती से इजराइल के हमले रुक सकते हैं।

वेंस ने पत्रकारों से कहा कि शांति लाना मुश्किल है, लेकिन वे उम्मीद से भरे हैं। उन्होंने कहा- हमारा काम हमास को हथियार छोड़ने के लिए मजबूर करना, गाजा का दोबारा निर्माण करना और इजराइल को हमास के खतरे से बचाना है। यह आसान नहीं, लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं।

वेंस ने इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग से भी मुलाकात की और कहा कि वह शांति को स्थायी बनाने के लिए आशावादी हैं। उन्होंने इजराइली बंधकों के परिवारों से भी बात की।

उनके साथ अमेरिका के मिडिल ईस्ट में विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद जेरेड कुशनर भी थे। इजराइल ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो शुक्रवार को नेतन्याहू से मिलने आएंगे।

बुधवार, 8 अक्टूबर 2025

 

ट्रम्प बोले- शिकागो के मेयर को जेल भेजो, ये इमिग्रेशन अधिकारियों की सुरक्षा में नाकाम


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को शिकागो के मेयर ब्रैंडन जॉनसन और इलिनॉय के गवर्नर जेबी प्रित्जकर को जेल भेजने की मांग की। ये दोनों विपक्षी पार्टी डेमोक्रेट से जुड़े हैं। ट्रम्प ने इन दोनों पर इमिग्रेशन अधिकारियों (ICE) की सुरक्षा में नाकाम रहने का आरोप लगाया।

ट्रम्प की यह बयान ऐसे समय पर आया है जब उनका प्रशासन लोकल और स्टेट अधिकारियों के विरोध के बावजूद, शिकागो में नेशनल गार्ड्स की तैनाती कर रहा है।

ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि शिकागो के मेयर को ICE अधिकारियों की सुरक्षा में नाकाम रहने के लिए जेल में होना चाहिए और गवर्नर प्रित्जकर को भी।

गवर्नर प्रित्जकर, मेयर जॉनसन और अन्य डेमोक्रेटिक नेताओं ने शिकागो में नेशनल गार्ड्स की तैनाती पर आपत्ति जताई है।

ट्रम्प ने रविवार को इलिनॉय राज्य के शिकागो में बढ़ते अपराध और प्रदर्शनों को देखते हुए 300 नेशनल गार्ड्स तैनात किए थे। इसके बाद इन गार्ड्स और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई।

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अबिगेल जैक्सन ने कहा- ट्रम्प शहरों में गड़बड़ी को रोकना चाहते हैं। ये सैनिक हमारे अधिकारियों और सामान की रक्षा करेंगे। अब तक 1000 से ज्यादा प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए हैं।

यह कार्रवाई होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट (DHS) के ऑपरेशन मिडवे ब्लिट्ज के तहत की जा रही है। इसे सितंबर 2025 में शुरू किया गया था। इसके तहत अपराधियों और अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार किया जा रहा है।

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पाकिस्तान ने जाफर एक्सप्रेस पर हुए हमलों के लिए भारत को जिम्मेदार बताया

पाकिस्तान के रेलवे मंत्री हनीफ अब्बासी ने मंगलवार को सिंध प्रांत में रेलवे ट्रैक पर हुए विस्फोट के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि चार दिनों के संघर्ष में भारत अपनी हार को पचा नहीं पाया और अब पाकिस्तान के इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने के लिए हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है।

दरअसल पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मंगलवार की सुबह एक धमाका हुआ था, जिससे रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया और इस वजह से जाफर एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी। यह ट्रेन पेशावर से क्वेटा की ओर जा रही थी। हालांकि हमले में कोई मौत नहीं हुई, लेकिन 7 यात्री घायल हो गए।

डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, अब्बासी ने कहा जाफर एक्सप्रेस को बार-बार निशाना बनाने वाले आतंकवादी दरअसल भारत के छिपे हुए सैनिक हैं, जो भारत को मिली हार पचाने और सहने को तैयार नहीं है।

इसके साथ ही कहा कि ऐसे हमलों से रेलवे सेवाएं बंद नहीं होंगी, ट्रेनें चलती रहेंगी। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने घटना की निंदा की है और पुलिस प्रमुख से पूरी जांच रिपोर्ट की मांग की है।

म्यांमार सेना ने पैराग्लाइडर से निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर बम गिराए, 40 की मौत

म्यांमार की सैन्य सरकार ने सोमवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी कर रहे 100-200 लोगों पर मोटर पैराग्लाइडर (पैरामोटर) से 2 बम गिराए गए। इस हमले में 40 लोग मारे गए, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। जबकि 80 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

कई शव इतने खराब हो गए कि उनकी पहचान करना मुश्किल है। ये लोग दिसंबर में होने वाले चुनाव और जेल में बंद नेता आंग सान सू की की रिहाई की मांग कर रहे थे।

आंग सान सू की निर्वासित लोकतांत्रिक सरकार (NUG) ने कहा कि ना ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने के लिए यह हमला किया। वहीं, लोकल पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) ने बताया कि उन्हें हवाई हमले की आशंका थी, लेकिन पैरामोटर जल्दी आ गया, जिससे लोग भाग नहीं सके।

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस हमले को "बेहद डरावना" बताया और दुनिया के देशों से अपनी कहा कि वे म्यांमार के नागरिकों की सुरक्षा के लिए आगे आएं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, म्यांमार की सेना के पास विमान और हेलिकॉप्टर कम हैं, इसलिए वे अब पैरामोटर से बम गिरा रहे हैं।

ट्रम्प से टकराने वाली जज के घर में आग, पति-बेटा झुलसा

अमेरिका के साउथ कैरोलाइना की जज डायने गुडस्टीन के घर में लगी भीषण आग का रहस्य गहराता जा रहा है। इस आग में 69 वर्षीय जज गुडस्टीन के पति और पूर्व डेमोक्रेट सीनेटर आर्नोल्ड गुडस्टीन व बेटे को गंभीर चोटें आईं। उस खुद जज डायने वक्त घर के बाहर अपने कुत्तों को टहला रही थीं। यह वही जज हैं जिन्हें हाल ही में ट्रम्प प्रशासन के खिलाफ फैसले के बाद लगातार मौत की धमकियां मिल रही थीं।

साउथ कैरोलाइना प्रांत के मुख्य न्यायाधीश जॉन किट्रेड्ज ने आग को ‘विस्फोट से शुरू हुई’ बताया। वहीं, राज्य की जांच एजेंसी एसएलईडी के प्रमुख मार्क कील ने कहा है कि ‘अभी कोई सबूत नहीं मिला कि आग जानबूझकर लगाई गई थी।’

जज गुडस्टीन ने 2 सितंबर 2025 को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी कर साउथ कैरोलाइना इलेक्शन कमीशन को ट्रम्प प्रशासन के न्याय विभाग को वोटर डेटा सौंपने से रोक दिया था। ट्रम्प प्रशासन का दावा था कि यह कदम “गैर-नागरिक मतदाता पंजीकरण’ रोकने के लिए है। गुडस्टीन ने सुनवाई में कहा था कि “फेडरल सरकार राज्य की संप्रभुता में दखल नहीं दे सकती।’

कैलिफोर्निया ने दिवाली को स्टेट हॉलिडे घोषित किया, लोग बोले- काम की चिंता किए बिना दीये जला सकेंगे

कैलिफोर्निया ने दिवाली को अपने आधिकारिक राज्य अवकाशों की सूची में शामिल कर लिया है। गवर्नर गैविन न्यूजम ने असेंबली बिल 268 पर हस्ताक्षर कर इसे कानून बना दिया। अब राज्य के सरकारी कर्मचारी, पब्लिक स्कूल और कम्युनिटी कॉलेज दिवाली के दिन छुट्टी मना सकेंगे।

इस बिल को असेंबली मेंबर आशी कालरा ने पेश किया था, जो कैलिफोर्निया विधानसभा में चुने जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं। इस कानून का समर्थन असेंबली मेंबर दर्शना पटेल ने भी किया। बिल को दोनों पार्टियों से व्यापक समर्थन मिला।

अब राज्य के कर्मचारी दिवाली पर पेड हॉलिडे लेकर त्योहार मना सकेंगे। बिल पास होने और 6 अक्टूबर को गवर्नर के हस्ताक्षर के बाद पूरे कैलिफोर्निया में भारतीय-अमेरिकी समुदायों ने जश्न मनाया।

‘कोएलिशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ जैसी संस्थाओं ने इसे लंबे समय से प्रतीक्षित कदम बताया। सिलिकॉन वैली के उद्यमी और राष्ट्रपति बाइडन के पूर्व सलाहकार अजय भुटोरिया ने कहा- अब परिवार बिना काम या डेडलाइन की चिंता किए दीये जला सकेंगे, रंगोली बना सकेंगे और त्योहार मना सकेंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि यह फैसला केवल एक त्योहार की मान्यता नहीं है, बल्कि भारतीय समुदाय की उस सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत का सम्मान है, जिसने कैलिफोर्निया की पहचान को और समृद्ध किया है।

कैलिफोर्निया अब वेस्ट कोस्ट का पहला राज्य बन गया है जिसने दिवाली को आधिकारिक छुट्टी घोषित किया है। इससे पहले पेंसिल्वेनिया और कनेक्टिकट जैसे राज्यों ने भी ऐसा कदम उठाया था।

ब्रिटिश PM 100 लोगों के डेलिगेशन के साथ भारत पहुंचे: मुंबई में मोदी से मिलेंगे स्टार्मर; दोनों ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में शामिल होंगे

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर 2 दिन के दौरे पर आज सुबह मुंबई पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह यह उनका पहला भारत दौरा है। उनके साथ व्यापार, संस्कृति और दूसरे क्षेत्रों के 100 से अधिक लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आया है।

ट्रम्प बोले- मैंने 9/11 हमले से पहले ओसामा के बारे में चेतावनी दी थी, किसी ने मेरी बात नहीं सुनी

 

ट्रम्प बोले- मैंने 9/11 हमले से पहले ओसामा के बारे में चेतावनी दी थी, किसी ने मेरी बात नहीं सुनी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को दावा किया कि उन्होंने 11 सितंबर 2001 के हमलों से एक साल पहले अल-कायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन के बारे में चेतावनी दी थी। ट्रम्प ने कहा कि अगर उनकी बात मान ली होती, तो 9/11 का हमला रोका जा सकता था।

वर्जीनिया के नॉरफॉक में अमेरिकी नौसेना के 250वीं वर्षगांठ पर ट्रम्प ने कहा- मैंने एक साल पहले ओसामा बिन लादेन के बारे में लिखा था। मैंने कहा था कि उस नजर रखनी होगी।

ट्रम्प ने साल 2000 में अपनी किताब 'द अमेरिका वी डिजर्व' में बिन लादेन को अमेरिका के लिए खतरा बताया था, लेकिन उन्होंने 9/11 हमले की भविष्यवाणी नहीं की थी।

ट्रम्प ने कहा- किसी ने मेरी बात नहीं सुनी। एक साल बाद बिन लादेन ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर उड़ा दिया। मुझे इसका थोड़ा क्रेडिट लेना होगा, क्योंकि कोई और मुझे यह नहीं देगा। उन्होंने यह भी कहा कि फर्जी खबरें उनके इस दावे को सच नहीं मानेंगी।

11 सितंबर 2001 को अल-कायदा के आतंकियों ने चार विमानों को हाईजैक करके उन्हें न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, पेंटागन, और पेनसिलवेनिया के एक मैदान में क्रैश करा दिया था। इस हमले में लगभग 3,000 लोग मारे गए थे, जो अमेरिका की जमीन पर सबसे बड़ा आतंकी हमला था।

ट्रम्प ने अपनी स्पीच में अमेरिकी नौसेना सील्स की तारीफ की। उन्होंने कहा- इतिहास कभी नहीं भूलेगा कि नौसेना के सील्स ने पाकिस्तान में बिन लादेन के ठिकाने पर हमला किया और उसे गोली मार दी।

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ट्रम्प ने नेतन्याहू को फटकारा, कहा- तुम हमेशा इतने नकारात्मक क्यों रहते हो

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू को फोन पर फटकार लगाई है। दरअसल, हमास ने गाजा युद्ध खत्म करने के लिए ट्रम्प के 20-सूत्री प्लान को आंशिक तौर पर स्वीकार किया है। ट्रम्प ने इसे पॉजिटिव बताया, लेकिन नेतन्याहू ने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस पर गुस्से में ट्रम्प ने कहा- मुझे नहीं पता तुम हमेशा इतने नकारात्मक क्यों रहते हो। यह जीत है, इसे स्वीकार कर लो।

एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रम्प ने कहा कि इस वीकेंड पर हमास और दुनिया के कई देशों से बहुत अच्छी बातचीत हुई। इस बातचीत का मकसद गाजा युद्ध खत्म करना, बंधकों को छुड़ाना और मिडिल ईस्ट में शांति लाना है।

ट्रम्प ने कहा- बेहतर तरीके से बातचीत हो रही है। मैं इस पुराने झगड़े पर नजर रखूंगा। समय बहुत कीमती है, नहीं तो बहुत नुकसान होगा, जो कोई नहीं चाहता।

ट्रम्प का 20-सूत्री प्लान 29 सितंबर पेश किया गया था। इसका मकसद बंधकों को छुड़ाना, गाजा में लड़ाई रोकना और मिडिल ईस्ट में शांति लाना है।

अमेरिका के पिट्सबर्ग में भारतीय मूल के शख्स की गोली मारकर हत्या, हमलावर से पूछा था- क्या तुम ठीक हो

अमेरिका के पिट्सबर्ग में एक भारतीय मूल के शख्स राकेश एहागाबन (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शख्स एक मोटल का मालिक था। घटना शुक्रवार दोपहर की है।

स्थानीय मीडिया के मुताबिक, मोटल के पार्किंग लॉट में एक विवाद हुआ था, जिसके बाद हंगामा शुरू हुआ। इसे सुनकर राकेश बाहर आया।

पुलिस के मुताबिक, राकेश दो लोगों के बीच झगड़ा सुलझाने की कोशिश कर रहे थे, तभी 37 साल के स्टैनली यूजीन वेस्ट ने राकेश को सिर में गोली मार दी।

जब वेस्ट का झगड़ा हुआ तब राकेश उसके पास गए और पूछा कि क्या तुम ठीक हो, दोस्त? इसके तुरंत बाद वेस्ट ने राकेश के सिर में गोली मार दी। राकेश घटना स्थल पर ही मृत पाए गए। घटना से पहले, वेस्ट ने मोटल के बाहर एक महिला को गोली मारी थी।

पुलिस ने बताया कि हमलावर पर हत्या, हत्या का प्रयास और दूसरे व्यक्ति की जान को खतरे में डालने के आरोप लगाए गए हैं। शिकायत में कहा गया है कि मोटल मालिक की हत्या के बाद वेस्ट बड़ी बेपरवाही से पास खड़ी एक U-Haul वैन तक गया और गाड़ी चलाकर वहां से निकल गया।

बाद में पुलिस ने उसका पीछा किया। इस दौरान वेस्ट ने पुलिस पर गोली चलाई, जिससे एक पिट्सबर्ग डिटेक्टिव के पैर में चोट लगी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में वेस्ट को कई बार गोली मारी और उसे घायल किया। पुलिस को अब तक गोलीबारी के पीछे कोई साफ मकसद का पता नहीं चला है।

इंडोनेशिया में सौ साल पुरानी स्कूल की इमारत गिरने से 49 बच्चों की मौत, 14 छात्र लापता

इंडोनेशिया में पिछले हफ्ते एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल की इमारत गिरने की घटना में मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 49 हो गई है। राहत कर्मियों ने शनिवार और रविवार को मलबे से 35 और शव निकाले। अब भी 14 छात्र लापता बताए जा रहे हैं।

यह हादसा 29 सितंबर को जावा द्वीप के सिदोआर्जो इलाके में स्थित सौ साल पुराने स्कूल में हुआ था। जब इमारत गिरी, तब सैकड़ों छात्र अंदर मौजूद थे। ज्यादातर छात्र 12 से 19 साल के बीच के थे। केवल एक छात्र बिना चोट के बच पाया।

97 छात्रों को हल्की चोटें आईं और उन्हें इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 6 गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस के मुताबिक, स्कूल की दो मंजिला बिना अनुमति के बनाई जा रही थीं। इसी वजह से ढांचा कमजोर पड़ गया और पूरी इमारत गिर गई।

निर्माण विशेषज्ञ मूजी इरमावन ने बताया कि कॉन्क्रीट डालते समय इमारत का ढांचा वजन नहीं झेल पाया, क्योंकि निर्माण मानकों का पालन नहीं किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्य चलने के दौरान छात्रों को इमारत में नहीं होना चाहिए था।

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